Draupadi Murmu Biography in Hindi : भारत की पहली आदिवासी महिला रास्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में आप कितना जानते है । उनके इस मोकामा तक पहुचने में किन किन कठिनायों का सामना करना पड़ा उसके बारे में इस लेख में जानेंगे ।
भारती की आजादी के बाद जन्मी द्रौपदी मुर्मू अपने आप मे एक मिसाल कायम की । कह सकते है कि एक प्रेरणा स्रोत के रूप में जानी जा रही है ।
Table of Contents
draupadi murmu biography highlights in hindi
पूरा नाम | द्रौपदी मुर्मू |
Date of birthday | 20 जून 1958 |
draupadi murmu age | 66 year |
draupadi murmu husband name | श्याम चरण मुर्मू |
Draupadi murmu father’s name | बिरांची नारायण टुडू |
Darupadi murmu caste | अनुसूचित जनजाति |
धर्म | हिन्दू |
State | Odisha |
जिला ( Dis ) | मयूरभंज |
15वे रास्ट्रपति बनाने से पहले झारखंड की पहली महिला राजपाल थी । ओडिशा सरकार में भी मंत्री पद और जिला परिषद के रूप में पहले कार्य कर चुकी है ।
द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा | draupadi murmu educational qualification
द्रौपदी मुर्मू की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव के स्कूल में हुई । उसके बाद ग्रेजुएशन के लिये भुनेश्वर चली आई । जहाँ रामा देवी महिला कॉलेज में नामांकन मिला साथ ही अपनी ग्रेजुएशन भी पूरा किया ।
द्रौपदी मुर्मू की परिवार | Draupadi murmu family
द्रौपदी मुर्मू के परिवार के बारे बात दे कि इनके परिवार में इनके दो लड़के और एक बेटी थी । दोनो बेटों और पति की अकाल मृत्यु के कारण अब सिर्फ उनकी पुत्री है जो भुबनेश्वर में रहती है ।
द्रौपदी मुर्मू की राजनैतिक जीवन | Draupadi murmu political career
रास्ट्रपति बनाने से पहले द्रौपदी मुर्मू के राजनैतिक जीवन मे कई मोकामा हासिल किया है । झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के के अलावा ओडिशा सरकार में ट्रांसपोर्ट एवं वाणिज्य मंत्रालय स्वतंत्रता प्रभार के रूप में कार्य कर चुकी है । नीचे तालिका में उनके राजनीतिक जीवन के बारे में दिया गया है ।
25 जुलाई 2022 से अब तक | भारत के राष्ट्रपति |
2015 से 2021 तक | झारखंड की राज्यपाल |
2000 से 2004 तक | वाणिज्य परिवहन और मत्स्य और पशु पालन विभाग |
1997 साल में | रायरंगपुर नगर पंचायत पार्षद |
द्रौपदी मुर्मू मुख्य राजनीतिक उपलब्धियाँ का विवरण
- भारत की राष्ट्रपति (2022 – वर्तमान ) 25 जुलाई 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली । जिसके साथ यह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बानी ।
- झारखंड की राज्यपाल (2015 – 2021 ):- 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड की राज्यपाल के रूप में कार्य किया है । यह झारखंड की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल बानी ।
- ओडिशा विधानसभा की सदस्य (2000 – 2009 ):- 2 बार रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र से ओडिशा विधानसभा की सदस्य के रूप में सेवा की । 2000 में और 2004 में वे भारतीय जनता पार्टी (BJP ) की उम्मीदवार के रूप में चुनी गई ।
- ओडिशा सरकार में मंत्री :- नवीन पटनायक की सरकार में मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुकी है ।
- रायरंगपुर नगर पंचायत की उपाध्यक्ष :- द्रोपदी मुर्मू जी की राजनीतिक कैरियर की शुरुआत रायरंगपुर से हुई , रायरंगपुर में नगर पंचायत की उपाध्यक्ष भी रही हैं ।
द्रौपदी मुर्मू के योगदान का समाज पर प्रभाव
द्रोपदी मुर्मू जी के योगदान का समाज पर एक अलग ही प्रभाव डाला हैं । विशेष कर आदिवासी समुदाय और महिला सशक्तीकरण पर । इनके कुछ प्रमुख योगदान और उनके समाज पर प्रभाव निम्नलिखित है ।
आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व : आदिवासी महिलाओं का राजनीति में सक्रिय बहुत ही कम देखने को मिलता है । ऐसे में द्रोपदी मुर्मू को भारत की राष्ट्रपति पद तक पहचान राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया हैं ।
महिलाओं के सशक्तिकरण में योगदान : – वे दूसरी महिला और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति है । जो खास कर आदिवासी समाज के महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं ।
द्रौपदी मुर्मू का राजनीति में प्रवेश कैसे हुआ।
अपने शिक्षक कैरियर के दौरान द्रौपदी मुर्मू ने स्थानीय समुदाय की समस्याओं को नजदीक से देखा और उनके समाधान के लिए सक्रिय रूप से काम करना शुरू किया।
उनकी सामाजिक सेवा और स्थानीय मुद्दों के प्रति जागरूकता ने उन्हें राजनीति में प्रवेश करने के लिए प्रेरित किया।
- भाजपा में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है ।