अगर आप Teacher’s day speech in hindi में देना चाहते हैं तो आप इस बातों का ध्यान रखें।
टीचर्स डे पर आप इस तारीके से भाषण की शुरुआत कर सकते है । मुख्यातिथि , प्रिंसीपल , शिक्षक और मेरे प्यारे सहपाठी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देता हूँ। मुझे शिक्षक दिवस पर अपने विचार को रखने का मौका देने के लिये समानित महसूस कर रहा हु ।
शिक्षक का अर्थ सिर्फ शिक्षा प्रदान करने वाला नहीं होता और ना ही सिर्फ शिक्षक आपको शिक्षा देते हैं । हर व्यक्ति को भिन्न भिन्न स्तिथियो में भिन्न भिन्न लोगो द्वारा शिक्षा मिलती हैं ।
कभी स्कूल के शिक्षक से , कभी घर में मां से , कभी पिता से
कभी सहपाठियों से तो कभी अनजान लोगों से भी जीवन के विभिन्न पहेलुयो में विभिन्न लोगों दौरा हमें शिक्षा मिली।
उन सभी शिक्षकों को मेरा सदैव नमन हैं। शिक्षक एक इंसान के जीवन में भगवान के बराबर महिमा रखता हैं ।
शिक्षक द्वराही हम अपने बेहतर भविष्य की नीव रख पाते हैं उनका निर्देशन उनकी प्रेरणा सर्वपारी हैं । आज शिक्षक दिवस के दिन मैं उनसभी शिक्षकों को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहूंगी जिन्होंने मुझे
एक बेहतर इंसान बनाया। हमारे शिक्षक देह रूपी नहीं बल्कि स्मृति
रूपी हृदय रूपी सदैव हमारे साथ हैं और मैं सिर्फ शिक्षक दिवस को नहीं बल्कि हर रोज उनका अभिनंदन करती हूं । आप सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।।
टीचर्स डे क्यों मनाया जाता है ?
भारत रत्न से सम्मानित स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे रास्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है । 5 सितम्बर 1988 को वर्तमान के तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले के तिरुत्तनी गांव में मध्यवर्गीय तेलुगू भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था ।
ड्रॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का शिक्षा कहा हुई थी
- प्रारंभिक शिक्षा तिरुपति के लुथर्न मिशनरी स्कूल में हूंई ।
- उसके बाद मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की
- मैट्रिक 10th की परीक्षा में उन्हें छात्रवृत्ति भी मिली थी ।
- मनोविज्ञान इतिहास एवं गणित में उनकी विशेष योगदान की टिप्पणी भी उनके उच्च प्राप्तांक में सहायक बनी ।
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जीवन से जुड़ी मुख्य बातें
पिता का नाम | सर्वपल्ली विरासमियह |
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म | 05 सितंबर 1988 |
माता का नाम | सिताम्मा |
पत्नी का नाम | शिवकामु |
शिक्षक दिवस का इतिहास
5 September Teacher day की शुरुआत | 1962 |
देश की पहली महिला शिक्षक | सावित्री ज्योतिराव फुले |
विश्व शिक्षक दिवस | 5 अक्टूबर |
यूनिस्को द्वारा विश्व शिक्षक दिवस की शुरुआत | 1994 |
शिक्षा में महात्मा गांधी जी का योगदान
गांधी जी ने शिक्षा व्यवस्था को स्वावलंबन से जोड़ा । उनका मानना था कि स्कूल ही बुनियादी शिक्षा व्यवस्था के आधार बने । इसलिए जब गांधी जी पहली बार चम्पारण आये थे तो किसानों की समस्या के साथ साथ शिक्षा की समस्या का भी हल निकाला था । उन्होंने तीन स्कूल भी खोले थे ।
- एक में कस्तूरबा,
- तो दूसरे में मुंबई के इंजीनियर गोखले
- और तीसरे में गांधी के एक बेटे शिक्षक बने ।
5 सितंबर शिक्षक दिवस पर निबंध
अगर आप शिक्षक दिवस पर निबंध लिखना चाहते है तो हमनें शिक्षक दिवस से जुड़ी आपके लिये लगभग सभी बातों का जिक्र इस लेख में किया है । आप आसानी से अपनी जरूरत के हिसाब से लिख सकते है ।
शिक्षक दिवस किसकी याद में मनाया जाता है ?
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है
शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है ?
5 सितम्बर को बनाया जाता है ।
शिक्षक दिवस पहली बार कब बनाया गया था ?
1962 से शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है ।